बसंत पंचमी सरस्वती पूजा हिंदुओं का त्यौहार है इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है इस पोस्ट मे हम आपको सरस्वती पूजा पर निबंध 10 लाइन Saraswti Puja /Basant Panchami par 10 line, सरस्वती पूजा पर निबंध 2022, सरस्वती पूजा पर निबंध in hindi यहां पर पढ़ने को मिलेगा, और 2022 में बसंत पंचमी कब है, 5 फरवरी दिन शनिवार को 2022 की बसंत पंचमी है।
प्रस्तावना
हिंदुओं का प्रमुख त्योहारों मे से एक सरस्वती पूजा भी है इस त्योहार पर मां सरस्वती ,ज्ञान की देवी की पूजा की जाती है देवी सरस्वती को, वीणा की देवी और ज्ञान की देवी कहा जाता है सरस्वती जी की पूजा हर साल बसंत पंचमी के दिन होती है इसी दिन सभी लोग सरस्वती मां की पूजा करते है और उनसे बुद्धि और ज्ञान प्राप्त करने का आशीर्वाद लेते है इस दिन सभी स्कूल कॉलेज में सभी छात्र छात्राएं सरस्वती मां की पूजा करते है इस शुभ अवसर के दिन लोग चढ़ावा चढ़ाते हैं , पीले रंग के फल भी चढ़ाए जाते और वस्त्र भी पहने जाते हैं, सरस्वती मां, ज्ञान की देवी की सवारी हंस को माना जाता है।
सरस्वती पूजा भारत के साथ-साथ नेपाल और बांग्लादेश में ही बड़े हर्ष और उल्लास के साथ इस पर्व को बड़ी ही श्रद्धा भाव से मनाया जाता है ,इस दिन सरस्वती मां की पूजा के साथ -साथ भगवान विष्णु और कामदेव की भी पूजा की जाती है,।
सरस्वती पूजा के खास दिन को सरस्वती देवी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है हंस सरस्वती माता की सवारी होती है, माता उस पर विराजमान होती है जो कि बहुत ही ज्यादा दिखने मे सुंदर होती है।
इस दिन सभी स्कूल कॉलेजों में सांस्कृतिक रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसमें लोक, नाटक और गीत, सरस्वती गीत आदि की प्रस्तुति होती है सभी विद्यार्थियों के लिए यह दिन बहुत ही खास माना जाता है क्योंकि इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है इस दिन को सभी विद्यार्थी इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं क्योंकि उन्हें ज्ञान की देवी से विद्या ग्रहण करने में सरस्वती मां का आशीर्वाद बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है,
सरस्वती पूजा पर निबंध 10 लाइन।। Saraswti Puja /Basant Panchami par 10 line
- सरस्वती पूजा हिंदुओं का प्रमुख त्योहारों मे से एक माना जाता है
- इस दिन ज्ञान की देवी सरस्वती मां की पूजा और आराधना की जाती है
- सरस्वती मां को ज्ञान की देवी , वीणा वाली,विद्या की देवी, भारती आदि भी कहा जाता है
- सरस्वती पूजा के दिन सभी शिक्षक स्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है
- भारत देश के साथ- साथ सरस्वती पूजा नेपाल और बांग्लादेश में भी बढे ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है
- सरस्वती माता की पूजा हर साल बसंत पंचमी के दिन की जाती हैं
- माता सरस्वती की सवारी हंस है, इनको हंस वाहिनी भी कहा जाता है
- इस दिन पूरे देश में सभी मंदिरों में सरस्वती मां की मूर्ति स्थापित करके पूजा की जाती है
- बसंत पंचमी के दिन मंदिरों में पीले रंग के फूल और जल आदि चढ़ाए जाते है
- इस दिन सभी लोग सरस्वती मां की पूजा करके उनसे आशीर्वाद मांगते हैं कि उनके जीवन में सुख समृद्धि और ज्ञान बना रहे।
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