सभी को अपने आने वाले भविष्य की चिंता होती है आखिर कब और कहा हमें सफलता मिलेगी। जीवन में सफलता शक्ति न तो कोई चमत्कार है और न ही रहस्य यह तो एक सहज सी क्रिया है हम सभी इसके दायरे में आते है हिम्मत और आत्मविश्वास की शक्ति ऐसे काम करती है की आप जिस भी काम को करे उसे पक्के इरादे से करे और ठान लेना है की यह काम हम 100 % करुगा। आपको उसमे सफलता जरूर प्राप्त होगी यही दॄष्टिकोण आप के अंदर एक शक्ति पैदा करेगा ऊर्जा का सचांर करेगा अपने आप ही आप को पता चल जायेगा की आपको काम किस तरह से करना है जरूरत पड़ने पर ही तो खोज होती है यदि आपको अपने जीवन में सफलता की सीढ़ी चढ़ना तो आपको अपने अंदर आत्मविश्वाश को मजबूत बनाना होगा और आपको अपने जीवन में लगन , अनुशासन और प्रयासों की जरूरत होगी अगर आप ने ये तीनो शक्ति अपने अंदर ढाल लेते है तो आप एक साहसी व्यक्ति हो और आप आगे बढ़ने की हिम्मत रखते है अतः आप सफल होने के सच्चे अधिकारी हो
आओ जाने की जीवन में सफल होने के लिए आपको क्या करना चाहिए
कभी -कभी हम जो चाहते है वह नहीं होता है हमने हजारो सपने संजोये होते है है और कही न कही हमारे सपने अधूरे रह जाते है सपनो का महल पलभर में चकना चूर हो जाते है बहुत दुःख होता है तब जब उनके साथ ही हमारी कुछ उम्मीदे जुडी होती है उमंगें जुडी होती है इच्छाएं जुडी होती है और हम उन्हें अपना जीवन का आधार मान लेते है हम उनके टूटने पर स्वयं को टुटा हुआ अनुभव करने लगते है परन्तु यदि हम उस पल में संभल जाए तो परिणाम सुखद हो सकता है माना की ऐसा कर पाना कठिन है परन्तु यदि संभल गए तो वास्तव में जीवन कभी असफल नहीं होगा जिंदगी में आगे बढ़ने के मौके भी बहुत आएंगे बस हम में हिम्मत होनी चाहिए
उदाहरण के तौर पर - सिकंदर का भी यही विचार था की युध्द हिम्मत से जीते जा सकते है हथियारों से नहीं उसकी छोटी सी सेना के पास केवल एक ही हथियार था आत्मविश्वास इतिहास साक्षी है की अपनी छोटी सी सेना के बदौलत सिकंदर ने आधी दुनिया जीत ली अगर सिकंदर ये सब कर पाया तो केवल अपने आत्मविश्वास के बल पर यदि वह पहले ही हर मान जाता की ऐसा कभी हुआ है फिर मैं ऐसे कर सकता हु दुनिया किसने जीती है तो सिकंदर भी कभी कमियाब नहीं हो पाता परन्तु उसने वह कर दिखाया जो पहले किसी ने न किया था यह हमारा आत्मविश्वाश ही तो होता है जो हमें कुछ कर दिखाने की प्रेरणा देता है कुछ विशेष करने के लिए , भीड़ से अलग निकलकर अलग पहचान बनाने के लिए हमें प्रोत्साहित करता है हमें परिश्रम तो करना पड़ेगा और परिश्रम सदा ही रंग लाता है आत्मविश्वास से भरपूर व्यक्ति के लिए कुछ भी असंभव नहीं वे भी तो इंसान ही है जो चाँद तक पहुँच गए आज के इस मशीनी युग में जो -जो अविष्कार हुए है वह इंसानो ने तो ही किये है यदि इंसान पहले से यह सोच लेता की क्या हमें सफलता मिलेगी तो क्या ये सुविधाएं संभव थी यह कर पाना उनके लिए संभव था परन्तु यह सब उन्होंने कर दिखाया क्योकि की उनको स्वयं पर सफलता पाने का विश्वास था अपने अंदर कुछ करने की लालसा थी अगर इंसान पहले से सोच ले हमें अपने लाइफ में कुछ बड़ा करना है तो यह नहीं सोचना चाहिए की हम नहीं कर सकते बल्कि दुसरो को देखकर सीखो जैसे सचिन तेंदुलकर कभी कपिलदेव नहीं बने ,और कपिल देव कभी सुनील गावस्कर नहीं बने ये सभी अपनी -अपनी पहचान संसार में बनाये है इस संसार में इसी तरह हमें भी अपनी अलग पहचान बनानी होगी तभी हम सफलता की सीढ़ी पर चढ़ पाएंगे हमें स्वयं को स्वयं में तालास करना होगा यदि हम ऐसा कर पाते है तो हमें भविष्य में सफलता प्राप्त होगी
हम चाहे तो असम्भव को सम्भव कर सकते है हम सफलता हर जगह खोजते है लेकिन सफलता हमारे आत्मविश्वास से मिलती है दोस्तों हमारे पास एक ही हथियार है सफलता तक ले जाने की हमारा खुद पर आत्मविश्वाश , अगर आत्मविश्वाश न डगमगये तो हमें कुछ करने की प्रेरणा मिलती है पहले से कभी नहीं सोचना चाहिए की हम कर नहीं सकते सफलता हमारे सोच पर निर्भर करती है जैसे हमने एक सेब का पेड़ लगया उसमे सेब ही होंगे न की अनार अगर हम अपने में मन गलत सोच रखते है तो हमें हार के आलावा कुछ हासिल नहीं होगा इस लिए अपने मन में सकारत्मक सोच रखे इसी तरह हम अपने सोच और विचारो को अपने लक्ष्य के ओर केंद्रित करेंगे तो हमें हमारा लक्ष्य जरूर मिलेगा अपने आत्मविश्वास को बनाये रखे आपकी सफलता का सबसे बड़ा हथियार है इसका सही इस्तेमाल करे न की बर्बाद करे
-----------*********------------
0 टिप्पणियाँ